जयकारों के साथ हुआ डोई घाट पर हुआ दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन, प्रतिमाओं के विसर्जन में क्रेन की रही महत्वपूर्ण भूमिका, सामान्य के साथ वजनी प्रतिमाओं के विसर्जन को पहुँचे श्रद्धालुओं ने क्रेन देखते ही रात्रि-कयास पर लगा अंकुश, कम समय में हुआ सभी प्रतिमाओं का विसर्जन

● डोले का संचालन कर रहे समिति के संचालक राज कुमार मोदनवाल, किशोरी लाल गुप्ता समेत व्यवस्थापक रवि अग्रवाल ने सहयोग को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों का।व्यक्त किया आभार। ● डोई घाट पर विसर्जन तक डटे रहे एडिशनल एसपी सिद्धार्थ, एसडीएम प्रदीप कुमार यादव, सीओ अरुण कान्त सिंह समेत शोहरतगढ़ पुलिस अधिकारी।

जयकारों के साथ हुआ डोई घाट पर हुआ दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन, प्रतिमाओं के विसर्जन में क्रेन की रही महत्वपूर्ण भूमिका, सामान्य के साथ वजनी प्रतिमाओं के विसर्जन को पहुँचे श्रद्धालुओं ने क्रेन देखते ही रात्रि-कयास पर लगा अंकुश, कम समय में हुआ सभी प्रतिमाओं का विसर्जन

श्रवण कुमार पटवा
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर

शरदीय नवरात्र पर कस्बे में स्थापित सभी दुर्गा प्रतिमाओं को गगनभेदी जयकारों के साथ क्रेन के मदद से स्थानीय डोई नदी में विसर्जित कर दिया गया। मूर्ति विसर्जित करने पहुंचे लोग रात भर अबीर-गुलाल से सराबोर रहे व डीजे की धुन पर थिरकते रहे। इस बार दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन लोगों के बीच कौतूहल का विषय बना रहा। बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर रात्रि में ही यह कयास लगाया जा रहा था, कि जब ट्राली आदि पर बड़ी प्रतिमाओं को रखने के लिए मसक्कत करनी पड़ रही है तो फिर उन्ही प्रतिमाओं को घाट पर बने सीढ़ी से कैसे विसर्जन होगा, किन्तु प्रशासनिक अधिकारियों की पहली पहल ने घाट से प्रतिमाओं का विसर्जन सुगम बना दिया।


विदित हो शोहरतगढ़ क्षेत्र के कस्बा समेत नीबी दोहनी, गड़ाकुल, छतहरी, छतहरा, मेढ़वा, नरायनपुर गांव में स्थापित देवी प्रतिमाओं को विसर्जित करने के लिए बुद्धवार की रात्रि में डोला उठा। डंका की धुन के साथ बजरंग अखाड़े के अखाड़ेबाज परंपरागत तरीके से रात भर अपनी विविध प्रकार के कलाओं से अखाड़ा खेलते रहे और लोगों को रिझाते रहे। सभी को कला व शक्ति कौशल प्रदर्शन का मौका भी दिया गया। अखाड़े में डुमरियागंज सांसद जगदंबिका पाल व चैयरमैन प्रतिनिधि रवि अग्रवाल के साथ कई लोगों ने अपनी प्रतिभा भी दिखाई है। अखाड़े में अखाड़ा प्रमुख के नाती आंनद कन्नौजिया को चैयरमैन प्रतिनिधि रवि अग्रवाल ने बेहतरीन प्रदर्शन के लिए सम्मनित भी किया।


दुर्गा पूजा संचालन समिति के संचालक राजकुमार मोदनवाल, किशोरी लाल गुप्ता, महेश गुप्ता अखाड़े की अगुवाई करते नज़र आये। अखाड़े के साथ श्रीराम जानकी मंदिर से निकला डोला पुलिस पिकेट होते हुए इक्कावन तिराहा पहुंचा। दुर्गा पूजा संचालन समिति के पदाधिकारियों द्वारा नियमानुसार डोला क्रम में लगवाते रहे। श्रीराम जानकी रथ के पीछे सभी प्रतिमाएं क्रमवार लगती रही। दुर्गा प्रतिमाओं का डोला अनूप कसौधन के घर से वापस पुलिस पीकेट, रामजानकी मंदिर मार्ग, सरकारी अस्पताल, गड़ाकुल होते हुए वापस टाउन एरिया ऑफिस, गोलघर, भारत माता चौक, सोनारी मोहल्ला होते हुए प्रेम लगी पहुंची। इसके बाद मोती चौक, नीबी दोहनी होते हुए डोई नदीं पहुंची। यहां श्रद्धालुओं व प्रशासनिक अधिकारियों ने एक-एक कर सभी  प्रतिमाओं को विसर्जित करवाया, अधिकतम प्रतिमाओं के विसर्जन में क्रेन की मदद ली गयी, जिससे किसी प्रकार की घटना न घटने पाए। श्रद्धालु मां के जयकारों, अबीर-गुलाल के साथ धार्मिक व देशभक्ति गीतों पर रात भर थिरकते रहे। डोई घाट पर श्रद्धालुओं ने लोगों ने देवी दुर्गा की अर्चना कर उन्हें विदाई दी। विदित हो दोई घाट पर मूर्ति विसर्जन को लेकर महदेवा नानकार के ग्राम प्रधान राममिलन चौधरी द्वारा गोताखोरों की मदद की गई थी, जिससे सभी मूर्तियों का सकुशल बिसर्जन कराया गया।


दुर्गा प्रतिमाओं पर डीएम एसपी समेत अधीनस्थ अधिकारियों की नज़र रात पर डोले व अखाड़े पर बनी रही। अपर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ समेत एसडीएम प्रदीप कुमार यादव, सीओ अरुण कान्त सिंह विसर्जन स्थल पर डटे रहे। दुर्गा प्रतिमाओं के सकुशल विसर्जन को लेकर प्रसाशनिक अधिकारियों ने कार्यक्रम व्यवस्थापक व संचालन समिति के पदाधिकारियों का आभार भी व्यक्त किया।


विसर्जन को लेकर एसडीएम प्रदीप कुमार यादव ने कहा कि अधिकांश प्रतिमाओं का बजन अधिक होता है। प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर कई बार घटनाएं भी सामने आई है। प्रिकॉशन के तौर पर एवं उच्च अधिकारियों के निर्देश पर इस बार क्रेन का सहारा लिया गया, जिसका प्रयोग बहुत ही सफल रहा। समय से पहले शांति पूर्ण तरीके से बिना किसी दुर्घटना के सभी दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन डोई नदी घाट से करवा दिया गया है।

तो वही दुर्गा पूजा संचालन समिति के व्यवस्थापक चैयरमैन प्रतिनिधि रवि अग्रवाल ने कहा कि दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर पूर्व से ही रणनीति बनाई गई थी और उसी रणनीति के तहत विसर्जन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों का सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया है। साथ ही संचालन समिति के संचालक राजकुमार मोदनवाल ने कहा कि प्रतिमाओं के विसर्जन में पांडाल आयोजकों के साथ प्रशानिक अधिकारियों का बेहतर सहयोग मिला, जिसके चलते सभी दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन शान्ति पूर्ण तरीके से कर दिया गया।


आकर्षण का केंद्र रही काली जी की प्रतिमा- दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन कार्यक्रम में माता काली की प्रतिमा लोगों के बीच काफी आकर्षण का केंद्र बनी रही, आखिर इतनी बड़ी प्रतिमा का विसर्जन डोई घाट से कैसे विसर्जित किया जाएगा, किन्तु क्रेन का सहयोग सभी कयासों पर अंकुश लगा दिया। माँ काली की प्रतिमा विसर्जन तक भीड़ घाट पर जुटी रही।


विसर्जन को लेकर हुआ भण्डारा का अयोजन- दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के दिन गोलघर में भव्य भंडारे का आयोजन किया। इस दौरान नीलू रूँगटा, दीपक कौशल, श्यामू लाट, एकांश रूँगटा आदि मौजूद रहे। भारत माता चौक स्थल के पास उमर वैश्य समाज शोहरतगढ़ के।बैनर तले निःशुल्क चाय, बिस्किट आदि का स्टाल लगाया गया था, जो नींद की खुम्हारी से लोगों को बचाने के सहयोग कर रह था। साथ ही विसर्जन स्थल से पूर्व निवर्तमान अध्यक्ष श्रीमती बबिता कसौधन के परिजनों द्वारा भी प्रसाद का वितरण किया गया। इस दौरान संतोष उमर, अनिल उमर, कौशल किशोर उमर, राम किशोर उमर, जय प्रकाश उमर आदि मौजूद रहे।


क्रेन का लेना पड़ा सहारा- शारदीय नवरात्र पर शोहरतगढ़ कस्बे में सामान्य के साथ विशालकाय प्रतिमाओं की स्थापना की गई थी, स्थापना के दिन से ही विसर्जन को लेकर पहले दिन से ही लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा कि जब स्थापना में इतना समय लग रहा है, तो ऐसे में विसर्जन को लेकर कितना प्रयास करना होगा। किंतु डोई घाट पर विसर्जन को पहुंचे श्रद्धालुओं ने जब क्रेन देखा तो उन्होंने राहत की सांस ली। कम समय मे बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन शांतिपूर्ण तरीके से कर दिया गया।

इस दौरान संचालन, सांसद जगदंबिका पाल, चैयरमैन प्रतिनिधि रवि अग्रवाल, किशोरी लाल गुप्ता, राज कुमार मोदनवाल, ईओ नवीन कुमार सिंह, मंडी सचिव रामजी यादव, पीडब्ल्यूडी के राणा सिंह, नेता उमेश प्रताप सिंह, शिवशंकर अग्रहरी, लखन गुप्ता, सतीश वर्मा, बबलू गौड़, मनोज तिवारी, सुरेश कसौधन समेत हजारों लोग मौजूद रहे। खुनुवा चौकी इंचार्ज महेश कुमार शर्मा, उपनिरीक्षक रामशंकर पाण्डेय, एलआईओ विनोद कुमार राय के साथ प्रभारी निरीक्षक पंकज कुमार पाण्डेय अपनी पुलिस टीम के साथ रातभर चलते रहे।