शोहरतगढ़- क्षेत्र में विकास के मुद्दे और सवाल जवाब को लेकर ब्लॉक प्रमुख और खण्ड विकास अधिकारी के बीच हुई तीखी नोक झोंक, हंगामे के बीच स्थगित हुई क्षेत्र पंचायत की बैठक
● प्रतिनिधि प्रशासन को खण्ड विकास अधिकारी ने बताया अवैध ● प्रतिनिधि प्रशासक को रोकने में किस हद तक सफल होंगी बीडीओ संगीता यादव, जबकि अधिकांश गावों में प्रतिनिधि ही चला रहे है प्रधानी ● क्षेत्र पंचायत के खाते में करोड़ो रूपये के होने के बावजूद भी क्षेत्र में क्यों नही हो रहा है काम, का आधिकारिक जवाब नही दे पाई बीडीओ

श्रवण कुमार पटवा
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर
शनिवार को ब्लॉक परिसर स्थित दुग्धशाला भवन में ब्लॉक प्रमुख प्रीति यादव की अध्यक्षता में क्षेत्र पंचायत की बैठक का अयोजन किया गया। बैठक की कार्यवाही के दौरान ब्लॉक प्रमुख प्रीति यादव व खण्ड विकास अधिकारी संगीता यादव के बीच हुए नोक-झोंक, आरोप-प्रत्यारोप के दरमियान उठे हंगामें के बीच खंड विकास अधिकारी क्षेत्र पंचायत की बैठक से भाग गयी। बैठक से उनके जाते ही प्रमुख ने बैठक की कार्यवाही रद्द कर दी।
बाहरहाल क्षेत्र पंचायत की बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद पुत्र अभिषेक पाल, विशिष्ट अतिथि के रूप में एमएलसी सुभाष यदुवंश के अनुपस्थिति में उनके प्रतिनिधि, प्रधान संगठन जिलाध्यक्ष डॉ पवन मिश्रा, प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष जफर अलाम, सांसद प्रभारी सूर्य प्रकाश पाण्डेय आदि मौजूद रहे, किन्तु कतिपय कारणों से स्थानीय विधायक विनय वर्मा बैठक में हिस्सा नही ले सके।
बताते चले कि क्षेत्र पंचायत बैठक में गांवों के विकास को लेकर विभिन्न परियोजनाओं को मंजूरी दी जानी थी, जिसमें गांवों में नाली, खड़ंजा, इंटरलॉकिंग सहित अन्य विकास कार्य शामिल थे। बैठक में जलनिगम विभाग, पूर्ति निरीक्षक, सप्लाई विभाग, समाज कल्याण, कृषि विभाग आदि विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग के परियोजनाओं की जानकारी दी और रही समस्याओं का निराकरण भी करने की बात कही। इस दौरान खण्ड विकास अधिकारी संगीता यादव से क्षेत्र पंचायत सदस्य विक्रम यादव द्वारा पूछे गए सवाल, कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में मनरेगा राज्य वित्त, केंद्र वित्त और अन्य योजनांतर्गत किन किन परियोजनाओं पर कार्य किया गया और कराये गए कार्यों के सापेक्ष किन किन परियोजनाओं का भुगतान हुआ तथा शासन द्वारा आयी धनराशि के अनुक्रम कितनी धनराशि शेष है, इसके साथ ही शेष धनराशि खर्च न होने का जिम्मेदार और कारण क्या है? के सवाल से बैठक की कार्यवाही धीरे-धीरे उग्र और सवालों के घेरे में उलझती गयी।
इस दरमियान ब्लॉक प्रमुख प्रीति यादव ने भी खण्ड विकास अधिकारी से कई सवाल दागे, जिसका उन्होंने सीधा जवाब न देते हुए निजी टिप्पड़ी कहा, और कहा कि सदन की कार्यवाही में निजी टिप्पड़ी नही होती,। इस दौरान मीडियाकर्मियों को भी वीडियो बनाने से रोकने का प्रयासकिया गया, जिसका असर शून्य रहा। इस दौरान बीडीओ संगीता यादव ने कार्य न होने के पीछे जिलाधिकारी के मौखिक आदेश की भी चर्चा की। प्रमुख प्रतिनिधि इंजी० अमित यादव द्वारा जब जिलाधिकारी के आदेश की कॉपी मांगी गयी, तो बीडीओ संगीता यादव नही दिखाया जा सका, जो आग में घी डालने का काम किया, और शान्त तरीके से चल रही बैठक, गहमागहमी के रूप में तब्दील हो गयी।
इस दौरान बीडीसी विक्रम यादव ने कहा कि मेरे सवालों का जवाब बीडीओ साहब ने साफ-साफ नही दिया, मात्र कोरम पूरा किया गया और वर्ष 2023-24 के परियोजनाओं की भी सम्पूर्ण जानकारी नही दी गई। उन्होंने शोहरतगढ़ के चोडार बभनी, खनुवा में मनरेगा योजनांतर्गत कराये गए कार्यों का भुगतान न होने का भी मुद्दा उठाया, जिस सन्दर्भ में बीडीओ संगीता यादव ने कहा कि 7.5 करोड़ की परियोजनाओं के सापेक्ष 6 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ है, शेष का भी भुगतान करने की बात कही।
हालांकि इस मामले को प्रधानसंघ जिलाध्यक्ष डॉ पवन मिश्रा और ब्लॉक अध्यक्ष जफर आलम ने संभालने का पूरा प्रयास किया, किन्तु आरोप-प्रत्यारोप और कहा सुनी के कारण अन्त में बैठक को आस्थगित ही करना पड़ा। चर्चा यह भी है कि खण्ड विकास अधिकारी रोते हुए ब्लॉक चली गयी। हंगामे के बीच चल रहे इस कार्यक्रम का संचालन सचिव राम सिंह ने किया। इस दौरान सचिव निशा श्रीवास्तव, कुमारी मिथलेश, ब्रिजेस कुमार, राम स्वरुप गुप्ता, अजय भारतीय, सन्ताखिलेश्वर, सुमन पटेल के साथ ब्लॉक के ग्राम प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्य के साथ ग्राम प्रधान पंकज चौबे, शौकी लाल, करम हुसेन, मुहम्मद आसिम, अजय कुमार चौधरी, किस्मत अली, राजेन्द्र कुमार, सद्दाम हुसैन, राम मिलन चौधरी, श्रवण कुमार जायसवाल, यार मोहम्मद, अबरार अहमद, सिकंदर यादव, ओमप्रकाश यादव, सुभाष यादव, सुनील सिंह, पिंटू पटेल, राजेंद्र पाल, अजय चौधरी, विन्ध्याचल गिरी, गंगाधर मिश्र,रामकुमार, विनोद शर्मा, घंश्याम, राजनेत्र चौरसिया, रिंकू सिंह, जीवन श्रीवास्तव, अब्दुल रसीद, अनिल पाण्डेय, जावेद, पवन कुमार, यार मोहम्मद, पप्पू गुप्ता, अजय चौधरी, अब्दुल अजीज, शिवलाल, सुनील यादव, रामदास, राजेन्द्र पाल, राजेन्द्र, अवनींद्र चौधरी आदि मौजूद रहे।