डिप्टी सीएम के पास पहुँचा शोहरतगढ़ प्रसूति की मौत का मामला, बावजूद घटना के 4 दिन बाद भी हॉस्पिटल संचालक पर नही दर्ज हुआ मुकदमा? क्षेत्र में चर्चा का विषय बना अज्ञात के विरुद्ध दर्ज मुकदमा!
● शोहरतगढ़़ में फर्जी अस्पतालों के खिलाफ कार्यवाही के लिए स्वास्थ्य मन्त्री बृजेश पाठक से मिले विधायक वर्मा, कहा फर्जी अस्पतालों के विरुद्ध करें कार्यवाही! ● प्रसूता के मौत के मामले में एक और हॉस्पिटल अजन्ता हास्पिटल एण्ड फ्रैक्चर क्लिनिक के खिलाफ सीएचसी अधीक्षक ने दर्ज कराया मुकदमा, कहा सीएमओ आफिस से आदेश आया था, जिसका पालन मैंने कर दिया मुकदमा लिखना थाना प्रभारी का है काम!

पर्दाफ़ाश न्यूज़ टीम
शोहरतगढ़़, सिद्धार्थनगर
विधायक शोहरतगढ़़ विनय वर्मा ने विधानसभा शोहरतगढ़़ में फर्जी अस्पतालों के खिलाफ कार्यवाही के लिए स्वास्थ्य मन्त्री बृजेश पाठक से मिलकर फर्जी अस्पताल, हास्पिटल एवं फर्जी डाक्टरों के बारें में बात की, जिसके जवाब में ब्रजेश पाठक ने सीएमओ सिद्धार्थनगर को चार दिन के अन्दर फर्जी अस्पतालों के खिलाफ कार्यवाही कर रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया था। जिसके क्रम में फर्जी अस्पतालों के मामले में अजन्ता हास्पिटल के खिलाफ शोहरतगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक आर0जी0 सिंह ने मंगलवार को शोहरतगढ़ थाने पर पहुंचकर अस्पताल संचालक के खिलाफ तहरीर दी है। इस मामले पर उन्होंने आगे कहा कि सीएमओ आफिस से आदेश आया था, जिसका पालन मैंने कर दिया मुकदमा लिखना थाना प्रभारी का काम है।
वहीं बोरा पेट्रोल पम्प के बगल संचालित जनहित हास्पिटल एण्ड फैक्चर क्लीनिक में प्रसूता की मौत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग लापरवाह बना है। सीएमओ ने शोहरतगढ़ के अधीक्षक को अस्पताल सील कराने के साथ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया था, बावजूद घटना के चार दिनों बाद भी सीएमओ का आदेश हवा में उड़ रहा है। पिता की तहरीर पर पुलिस ने गैर इरादतन हत्या आईपीसी 304 के तहत संचालक को नजर अंदाज करते हुये अज्ञात पर केस दर्ज किया है।
ज्ञातव्य हो कि कस्बे के बोरा पेट्रोल पम्प के बगल बिना पंजीकरण के संचालित जनहित हास्पिटल एण्ड फ्रैक्चर क्लीनिक को बन्द कराने के बाद भी संचालक चला रहा था। इस हास्पिटल में 28 जुलाई को क्षेत्र के अंतरी बाजार महमुदवा ग्रांट निवासी नीलम पत्नी बृजलाल ने बच्चे को जन्म दिया। जन्म के लगभग पांच घंटे बाद प्रसूता की मौत हो गयी थी। इस मामले को सीएमओ डा0 वी0के0 अग्रवाल ने तत्काल संज्ञान लेते हुये जिला स्तरीय टीम भेज कर हास्पिटल को सील कराया था और शोहरतगढ़ अधीक्षक डा0आर0जी0 सिंह को मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश भी दिया था। 28 जुलाई को ही पिता राम बेलास ने जनहित हास्पिटल एण्ड फ्रैक्चर क्लीनिक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुये तहरीर दी थी। 30 जुलाई को थाना प्रभारी शोहरतगढ़़ ने अज्ञात पर केस दर्ज कर लिया था। मौत के बाद भी गुमराह करता रहा हास्पिटल संचालक थाने पर दिये तहरीर में पिता बृजलाल ने बताया कि बेटी की सेहत खराब होने पर चिकित्सक को जानकारी दी गयी। इस दौरान चिकित्सक ने उपचार करने की बजाये हास्पिटल से छुट्टी कर दिया, तब तक बेटी की मौत हो चुकी थी। इसके बाद भी परिजनों को गुमराह कर जिला मुख्यालय भेजकर संचालक भाग गया था।